स्वामी विवेकानंद कहते हैं
"कि तुम मुझे पसंद करो या मुझसे नफरत, दोनो ही मेरे पक्ष में हैं।"
"क्योंकि अगर तुम मुझको पसंद करते हो तो, मैं आपके दिल में हूँ,
और अगर तुम मुझ से नफरत करते हो , तो मैं आपके दिमाग में हूं !!"
"पर रहूंगा आप के पास ही"
😊🍀🙏शुभ प्रभात🙏🍀😊
********************
वक़्त अच्छा ज़रूर आता है;
मगर वक़्त पर ही आता है!
मीठे बोल बोलिये क्योंकि अल्फाजों में जान होती है;
इन्हीं से आरती, अरदास और इन्हीं से अज़ान होती है;
यह समुंदर के वह मोती हैं;
जिनसे इंसानों की पहचान होती है!
************************
No comments:
Post a Comment